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आज की प्रतियोगिता हेतु रचना गरीबी ***** गरीबी एक अभिशाप है, गरीब होना पाप है फटे चिथड़े कपड़े धूल ओर गंदगी से बाल जकड़े जर जर शरीर नंगे पैर भटकता फकीर ...